Jharkhand Ke Jilon Ke Naam | एक नजर में जानें झारखंड के सभी जिलों के नाम और उनकी खासियत 2025

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Jharkhand Ke Jilon Ke Naam

झारखंड, भारत का एक खूबसूरत राज्य, जो अपनी प्राकृतिक संपदा, जंगलों और खनिजों के लिए जाना जाता है। 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर बने इस राज्य में कुल 24 जिले हैं। हर जिले की अपनी एक अलग पहचान, संस्कृति और इतिहास है। अगर आप सोच रहे हैं कि “Jharkhand Ke Jilon Ke Naam” क्या हैं और इनके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ हम आपको एक व्यवस्थित टेबल के साथ सभी जिलों की सूची और उनकी खासियत बताएंगे। तो चलिए, बिना समय गंवाए, शुरू करते हैं!


Jharkhand Ke Jilon Ke Naam (Table):

यहाँ झारखंड के सभी 24 जिलों के नाम एक टेबल में दिए गए हैं, साथ में उनके मुख्यालय भी शामिल हैं:

क्रम संख्याजिले का नाममुख्यालय
1राँचीराँची
2धनबादधनबाद
3जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम)जमशेदपुर
4बोकारोबोकारो स्टील सिटी
5हजारीबागहजारीबाग
6गिरिडीहगिरिडीह
7देवघरदेवघर
8कोडरमाकोडरमा
9गुमलागुमला
10सिमडेगासिमडेगा
11लातेहारलातेहार
12पलामूमेदिनीनगर
13गढ़वागढ़वा
14चतराचतरा
15साहिबगंजसाहिबगंज
16पाकुड़पाकुड़
17दुमकादुमका
18जामताड़ाजामताड़ा
19गोड्डागोड्डा
20सरायकेला-खरसावाँसरायकेला
21पश्चिमी सिंहभूमचाईबासा
22लोहरदगालोहरदगा
23खूँटीखूँटी
24रामगढ़रामगढ़

1: Jharkhand Ke Jilon Ke Naam का महत्व

Jharkhand Ke Jilon Ke Naam न सिर्फ एक सूची हैं, बल्कि ये इस राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए, राँची राज्य की राजधानी है और इसे “झरनों का शहर” भी कहा जाता है। वहीं, धनबाद को “कोयले की राजधानी” के नाम से जाना जाता है। हर जिले का अपना एक अलग महत्व है, जो इसे खास बनाता है।


2: Jharkhand Ke Jilon Ke Naam के प्रमुख और उनकी खासियत

झारखंड भारत का एक राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, खनिज संपदा और आदिवासी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के सभी 24 जिलों के नाम और उनकी खासियत नीचे दी गई है:

1. राँची (Ranchi)
  • खासियत: झारखंड की राजधानी, “पठारों का शहर” कहलाता है। यहाँ हुंडरू जलप्रपातरॉक गार्डन, और जगन्नाथ मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं।
2. धनबाद (Dhanbad)
  • खासियत: “कोयला नगरी” के नाम से मशहूर, भारत का एक प्रमुख कोयला उत्पादक क्षेत्र। भारतीय खनि विद्यालय (ISM) यहाँ स्थित है।
3. बोकारो (Bokaro)
  • खासियतबोकारो स्टील प्लांट (SAIL) के लिए प्रसिद्ध। जवाहर लाल नेहरू बॉयोलॉजिकल पार्क यहाँ का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
4. जमशेदपुर (Jamshedpur)
  • खासियत: “स्टील सिटी” के नाम से जाना जाता है। टाटा स्टील का मुख्यालय यहाँ है। दिमना लेक और जुबली पार्क प्रसिद्ध हैं।
5. देवघर (Deoghar)
  • खासियत: “बाबा बैद्यनाथ धाम” के लिए प्रसिद्ध, एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल। नौलखा मंदिर भी यहाँ स्थित है।
6. हजारीबाग (Hazaribagh)
  • खासियतहजारीबाग राष्ट्रीय उद्यान और कन्हरी गुफाएँ प्रसिद्ध हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है।
7. कोडरमा (Koderma)
  • खासियत: “भारत का अभ्रक (Mica) राजधानी” कहलाता है। माँ वैष्णो देवी मंदिर (कोंडा) और तिलैया डैम प्रसिद्ध हैं।
8. गिरिडीह (Giridih)
  • खासियतपारसनाथ पहाड़ी (जैन तीर्थ) और उसरी फॉल्स के लिए मशहूर। यहाँ का प्राकृतिक दृश्य मनमोहक है।
9. सिमडेगा (Simdega)
  • खासियत: आदिवासी संस्कृति और हरे-भरे जंगलों के लिए जाना जाता है। केलाघाघ डैम यहाँ का प्रमुख स्थल है।
10. गुमला (Gumla)
  • खासियत: आदिवासी बहुल क्षेत्र, नेतरहाट पठार (“झारखंड का शिमला”) यहाँ स्थित है।
11. लातेहार (Latehar)
  • खासियतबेतला नेशनल पार्क (वन्यजीव अभयारण्य) और झारिया झरना प्रसिद्ध हैं।
12. पलामू (Palamu)
  • खासियतपलामू टाइगर रिजर्व और मेदनीनगर (जिला मुख्यालय) ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाने जाते हैं।
13. चतरा (Chatra)
  • खासियतभद्रकाली मंदिर और हजारीबाग-चतरा रोड पर स्थित प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध।
14. खूंटी (Khunti)
  • खासियतबिरसा मुंडा की जन्मस्थली, आदिवासी संस्कृति और अंगारा बाँध के लिए मशहूर।
15. सरायकेला-खरसावाँ (Seraikela-Kharsawan)
  • खासियतछऊ नृत्य की उत्पत्ति यहाँ से हुई है। यह एक सांस्कृतिक केंद्र है।
16. पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum)
  • खासियतडलमा पहाड़ियाँसारंडा जंगल (एशिया का सबसे घना साल वन) और आदिवासी गाँवों के लिए प्रसिद्ध।
17. पूर्वी सिंहभूम (East Singhbhum)
  • खासियतजमशेदपुर इसी जिले में आता है। गंगा निकेतनभटिंडा फॉल्स और टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क प्रमुख आकर्षण हैं।
18. रामगढ़ (Ramgarh)
  • खासियतपतरातू डैम और रामगढ़ कैंटोनमेंट के लिए जाना जाता है।
19. लोहरदगा (Lohardaga)
  • खासियतमिनी मैसूर के नाम से प्रसिद्ध, यहाँ पक्षी अभयारण्य और आदिवासी संस्कृति देखने को मिलती है।
20. गढ़वा (Garhwa)
  • खासियतमुंडेश्वरी मंदिर (भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक) यहाँ स्थित है।
21. साहेबगंज (Sahebganj)
  • खासियतराजमहल पहाड़ियाँ और गंगा नदी का मनोरम दृश्य यहाँ देखने को मिलता है।
22. पाकुड़ (Pakur)
  • खासियतपत्थर खदानों और माँ काली मंदिर के लिए प्रसिद्ध।
23. गोड्डा (Godda)
  • खासियतसुंदर पहाड़ियाँ और मत्स्य उद्योग यहाँ की मुख्य विशेषता है।
24. दुमका (Dumka)
  • खासियतबाबा बासुकीनाथ मंदिर और मयूराक्षी नदी के लिए प्रसिद्ध, यह संताल परगना का हिस्सा है।

ये सभी जिले झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक, प्राकृतिक और औद्योगिक विविधता को दर्शाते हैं। (और अधिक पढ़ें)


3: Jharkhand Ke Jilon Ke Naam का इतिहास

Jharkhand Ke Jilon Ke Naam और उनकी स्थापना का इतिहास भी रोचक है। जब झारखंड अलग राज्य बना, तो इसे 5 संभागों में बांटा गया: उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, पलामू, संथाल परगना और कोल्हान। इन संभागों के अंतर्गत ही ये 24 जिले आते हैं।


FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

  1. झारखंड में कुल कितने जिले हैं?
    झारखंड में कुल 24 जिले हैं।
  2. झारखंड की राजधानी कौन सा जिला है?
    राँची झारखंड की राजधानी है।
  3. झारखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
    क्षेत्रफल के हिसाब से पश्चिमी सिंहभूम सबसे बड़ा जिला है।
  4. क्या झारखंड के जिलों की संख्या बढ़ सकती है?
    हाँ, प्रशासनिक जरूरतों के आधार पर भविष्य में जिलों की संख्या बढ़ सकती है।

अनुमान:

Jharkhand Ke Jilon Ke Naam जानना इस राज्य की विविधता और समृद्धि को समझने का पहला कदम है। इस लेख में हमने आपको सभी 24 जिलों की सूची, उनकी खासियत और महत्वपूर्ण जानकारी दी। अब आप आसानी से मिनटों में झारखंड के हर जिले के बारे में जान सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें और झारखंड की खूबसूरती को और करीब से देखें। इसी तरह के हर रोज अपडेट पाने के लिए हमें फॉलो करें|

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